Madhya Pradesh मध्य प्रदेश के ग्वालियर से चौंका देने वाली खबर सामने आई है. 84 वर्षीय अशोक मजूमदार ने एक बेहद प्रेरणादायक और अनोखे कदम उठाते हुए अपनी पीठ पर देहदान की प्रतिज्ञा का स्थायी टैटू गुदवाया. उनके टैटू पर बड़े अक्षरों में लिखा है, ‘मेडिकल कॉलेज की संपत्ति’ और साथ ही उनकी प्रतिज्ञा की तारीख भी लिखी है जिससे चिकित्सा विज्ञान के प्रति उनकी प्रतिबद्धता सभी के सामने आ गई.
यह टैटू जयारोग्य अस्पताल (JAH) में हाल ही में हुई एक सर्जरी के दौरान सामने आया, जहां डॉक्टर मरीज की पीठ पर यह देखकर हैरान रह गए. इसके महत्व को समझते हुए, उन्होंने गजरा राजा मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों को सूचित किया.
प्रतिज्ञा का सम्मान किया
इस समर्पण से अभिभूत, कॉलेज के डीन डॉ. आर.के.एस. धाकड़ ने मजूमदार से व्यक्तिगत रूप से संपर्क करके उनकी प्रतिज्ञा की पुष्टि और औपचारिक मान्यता प्रदान की. कॉलेज ने तुरंत आधिकारिक दस्तावेजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी और उनके सम्मान में एक सम्मान समारोह भी आयोजित किया.
सम्मान समारोह
मंगलवार को एक भावभीनी श्रद्धांजलि समारोह में, श्री मजूमदार को कॉलेज प्रबंधन द्वारा शॉल, श्रीफल और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया. इस समारोह में न केवल उनकी प्रतिज्ञा, बल्कि चिकित्सा शिक्षा के प्रति उनके अद्वितीय समर्पण को भी मान्यता दी गई.
अधिकारियों से बात करते हुए, मजूमदार ने कहा, ‘मैं चाहता था कि मेरी प्रतिबद्धता स्पष्ट रूप से दिखाई दे ताकि उसका सम्मान किया जाए और उसका पालन किया जाए.’ उन्होंने बताया कि यह टैटू उनके परिवार और अन्य लोगों के लिए उनकी अंतिम इच्छा का सम्मान करने की एक स्थायी याद दिलाता है.
चिकित्सा विज्ञान के लिए एक उपहार
डॉ. धाकड़ ने इस कदम की सराहना करते हुए इसे शरीरदान के लिए एक व्यावहारिक और प्रेरणादायक दृष्टिकोण बताया. उन्होंने कहा कि इस तरह के संकल्प मेडिकल छात्रों और शोधकर्ताओं को मानव शरीर रचना विज्ञान सीखने और भविष्य में जीवन बचाने में बहुत मदद करते हैं.