पीएम मोदी के मिशन मगध से बदलेगी वहां स्थिति, जानें बिहार चुनावी रणभूमि में 48 सीटों पर BJP की रणनीति

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PM Modi Magadh Mission: बिहार विधानसभा चुनाव जैसे – जैसे नजदीक आ रही है, राजनीतिक सरगर्मी तेज होती जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दौरों की झड़ी लगाकर एनडीए के चुनावी अभियान को धार देना शुरू कर दिया है. इस बार उनकी नजर बिहार के उस मगध और मुंगेर बेल्ट पर है, जिसे बीजेपी का सबसे कमजोर किला माना जाता है. शुक्रवार को पीएम मोदी गया, पटना और बेगूसराय का दौरा करने वाले हैं और 18,200 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. इसमें बिजली, कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य और आधारभूत ढांचे से जुड़े प्रोजेक्ट शामिल हैं. इसके साथ ही दो नई अमृत भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई जाएगी.

मगध बेल्ट, जहां कुल 26 विधानसभा सीटें आती हैं, पिछले दो चुनावों में बीजेपी के लिए चुनौती बना रहा है. 2020 के चुनाव में महागठबंधन ने इनमें से 20 सीटों पर कब्जा किया था जबकि एनडीए के खाते में केवल 6 सीटें आई थीं. 2015 में तो स्थिति और भी खराब थी, जब महागठबंधन ने 21 सीटें जीती थीं और एनडीए केवल 5 सीटों पर सिमट गया था. केवल 2010 का चुनाव ऐसा था जब जेडीयू-बीजेपी गठबंधन ने 26 में से 24 सीटों पर जीत हासिल की थी. यही वजह है कि पीएम मोदी इस बार गया से बड़ी घोषणाओं के जरिए मगध में सियासी जमीन मजबूत करने की कोशिश करेंगे.

बेगूसराय में सिक्स लेन पुल का उद्घाटन

मुंगेर प्रमंडल की बात करें तो इसमें 22 सीटें आती हैं. 2020 के चुनाव में यहां 13 सीटें एनडीए को और 9 सीटें महागठबंधन को मिली थीं लेकिन 2015 में जब जेडीयू और आरजेडी साथ थे, तब एनडीए केवल 3 सीटों पर सिमट गया था. 2010 में हालांकि बीजेपी-जेडीयू गठबंधन को यहां 18 सीटें मिली थीं. इस बार पीएम मोदी बेगूसराय में सिक्स लेन पुल का उद्घाटन करेंगे, जिससे मुंगेर बेल्ट में चुनावी समीकरण बदलने की उम्मीद की जा रही है.

एनडीए पर बढ़ा दबाव 

बीजेपी ने मगध और मुंगेर दोनों इलाकों में अपनी कमजोर पकड़ को सुधारने के लिए जीतनराम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा और चिराग पासवान जैसे नेताओं को साथ जोड़ा है. दूसरी ओर, महागठबंधन इस क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखने की पूरी कोशिश कर रहा है. राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की यात्राओं ने भी एनडीए पर दबाव बढ़ा दिया है.

बड़े प्रोजेक्ट्स की सौगात

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पीएम मोदी का यह दौरा पूरी तरह सियासी है और इसका लक्ष्य 48 सीटों वाले मगध-मुंगेर बेल्ट में बीजेपी की पकड़ मजबूत करना है. पीएम मोदी का विकास एजेंडा और बड़े प्रोजेक्ट्स की सौगात बीजेपी को इस कमजोर क्षेत्र में फायदा पहुंचा सकती है. नीतीश कुमार के एनडीए में बने रहने से बीजेपी को सहयोग मिला है और यही कारक इस बार भी निर्णायक साबित हो सकता है.

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