मिसिसिपी के छोटे से शहर लीलैंड में शनिवार की रात हाई स्कूल के होमकमिंग वीकेंड के जश्न के बीच गोलियों की आवाज गूंज उठी. आधी रात के बाद हुई इस गोलीबारी ने पूरे शहर को दहला दिया. जहां कुछ घंटे पहले तक छात्र और स्थानीय लोग जश्न मना रहे थे, वहीं कुछ ही पलों में सड़कों पर अफरा-तफरी और चीख-पुकार मच गई.
लीलैंड हाई स्कूल के सालाना होमकमिंग कार्यक्रम के बाद सैकड़ों लोग शहर की मेन स्ट्रीट पर इकट्ठा थे. इसी दौरान अचानक गोलियां चलने लगीं. चश्मदीदों के मुताबिक, पहले कुछ तेज आवाजें सुनाई दीं और फिर लोग भागने लगे. स्थानीय पुलिस ने बताया कि गोलीबारी में 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि बारह से ज्यादा लोग घायल हुए. इनमें से चार की हालत गंभीर बताई जा रही है. उन्हें हेलिकॉप्टर से नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया.
पुलिस एक 18 वर्षीय युवक की कर रही तलाश
जैस्पर काउंटी शेरिफ ऑफिस ने घटना के बाद बयान जारी करते हुए बताया कि वे 18 वर्षीय एक युवक को पूछताछ के लिए तलाश रहे हैं. हालांकि अब तक उसकी पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है. पुलिस ने लोगों से अपील की है कि जो भी इस वारदात से जुड़ी जानकारी रखते हैं, वे तुरंत स्थानीय पुलिस या शेरिफ ऑफिस से संपर्क करें. अधिकारियों का कहना है कि गोलीबारी के पीछे के कारणों की जांच की जा रही है और किसी भी एंगल को खारिज नहीं किया गया है.
मेयर बोले- ‘लीलैंड ने ऐसा पहले कभी नहीं देखा’
लीलैंड के मेयर जॉन ली ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि यह शहर के इतिहास का सबसे दर्दनाक दिन है. उन्होंने कहा, ‘हमारे शहर में कभी इतनी भयानक हिंसा नहीं देखी गई. यह घटना सिर्फ पीड़ितों के परिवारों के लिए नहीं, बल्कि पूरी कम्युनिटी के लिए सदमे जैसी है.’ मेयर ने यह भी बताया कि घटना के वक्त आसपास के कई परिवार और बच्चे मौजूद थे, जिससे हालात और भयावह बन गए.
हाई स्कूल जश्न के बाद अचानक मचा कहर
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह गोलीबारी हाई स्कूल फुटबॉल मैच के कुछ घंटों बाद हुई, जब लोग घर लौटने की तैयारी में थे. माना जा रहा है कि किसी व्यक्तिगत विवाद ने तूल पकड़ लिया, जो बाद में हिंसा में बदल गया. फिलहाल पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर दिया है और जांच जारी है. वहीं, शहर के स्कूलों और सार्वजनिक कार्यक्रमों को अस्थायी रूप से रद्द कर दिया गया है.
अमेरिका में गन वायलेंस पर फिर सवाल
लीलैंड की यह घटना एक बार फिर अमेरिका में गन वायलेंस की बढ़ती समस्या को सामने लाती है. सिर्फ इस साल ही देशभर में दर्जनों सामूहिक गोलीबारी की घटनाएं हो चुकी हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि स्कूल और पब्लिक इवेंट्स अब भी गन कंट्रोल की विफलता का शिकार हैं.