नई दिल्ली: संयुक्त राज्य अमेरिका में हवाई सेवाओं पर बड़ा असर देखने को मिला है. शुक्रवार से देशभर में 800 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दी गईं, जबकि न्यूयॉर्क, लॉस एंजिल्स, सैन डिएगो और अन्य बड़े शहरों सहित 40 हवाई अड्डों पर उड़ानों में कटौती शुरू हो गई है.
यह स्थिति संघीय उड्डयन प्रशासन (एफएए) द्वारा जारी उस आदेश के बाद बनी, जिसमें शुक्रवार से उड़ानों में 4 प्रतिशत की कमी करने के निर्देश दिए गए हैं. एफएए का यह कदम सरकार के अस्थायी बंद (शटडाउन) के कारण उठाया गया है, क्योंकि इससे हवाई यातायात संचालन और नियंत्रण सेवाएं प्रभावित हो रही हैं.
प्रमुख एयरलाइनों ने सैकड़ों उड़ानें रद्द की
एफएए के आदेश के बाद प्रमुख एयरलाइनों ने पहले ही सैकड़ों उड़ानें रद्द कर दीं. फ्लाइटअवेयर के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार सुबह तक 800 उड़ानें रद्द हो चुकी थीं, जबकि गुरुवार को यह संख्या केवल 201 थी. यानी एक दिन में रद्द उड़ानों की संख्या चार गुना बढ़ गई. एयरलाइनों ने यात्रियों को टिकट का पूरा पैसा लौटाने का आश्वासन दिया है.
शटडाउन खत्म नहीं होने से बढ़ सकती है मुश्किलें
मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि अगर सरकारी बंद जल्द खत्म नहीं हुआ तो प्रतिदिन 4,000 तक उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं. हवाई अड्डों पर नियंत्रण टावरों में हवाई यातायात नियंत्रकों की कमी के कारण संचालन में दिक्कतें बढ़ रही हैं.
अमेरिकी परिवहन सचिव सीन डफी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उड़ानों में यह कटौती आवश्यक कदम है ताकि व्यवस्था बनी रहे. उन्होंने कहा कि हम एयरलाइनों के साथ मिलकर इसे योजनाबद्ध तरीके से लागू कर रहे हैं ताकि यात्रियों को कम से कम असुविधा हो.
सुबह 6 बजे से रात 10 बजे के बीच होगी कटौती
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, एयरलाइनों को बताया गया है कि उड़ानों में कटौती मुख्य रूप से सुबह 6 बजे से रात 10 बजे के बीच की जाएगी. यह कटौती शुरुआती तौर पर 4 प्रतिशत होगी, जो अगले सप्ताह 10 प्रतिशत तक बढ़ सकती है. हालांकि अंतरराष्ट्रीय उड़ानें इस निर्णय से प्रभावित नहीं होंगी.
विश्लेषक शीला काहयाओग्लू के अनुसार, अमेरिका की चार बड़ी एयरलाइंस, जो देश के सबसे व्यस्त हवाई केंद्रों से संचालित होती हैं, नवंबर और दिसंबर के दौरान सबसे ज्यादा प्रभावित होंगी. विशेषज्ञों का मानना है कि यदि सरकारी शटडाउन लंबा चला तो हवाई सेवाओं में और भारी अव्यवस्था देखने को मिल सकती है.
















