बुजुर्गों की स्वर्ण मंदिर जाने की मन्नत पूरी करने निकली मान सरकार, पंजाब से तीर्थ यात्रा का काफिला रवाना

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 'मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना' के तहत अमृतसर के धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाई. यह यात्रा गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित है.

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bhagwant mann
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पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बुधवार को ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ के तहत श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यह जत्था अमृतसर स्थित पवित्र स्थलों के दर्शन करेगा.

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना नौवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित है और इसका उद्देश्य बुजुर्गों को वह अवसर देना है, जो वे वर्षों से अपने दिल में संजोए बैठे थे.

तीर्थ यात्रा योजना से बुजुर्गों की इच्छा पूरी

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य उन बुजुर्ग नागरिकों की मनोकामना को पूरा करना है जो लंबे समय से धार्मिक स्थलों के दर्शन की इच्छा रखते थे. इस यात्रा में श्रद्धालु श्री हरिमंदिर साहिब, दुर्गियाना मंदिर, भगवान वाल्मीकि तीर्थ स्थल, जलियांवाला बाग और पार्टिशन म्यूजियम जैसे ऐतिहासिक स्थलों के दर्शन करेंगे. यह योजना सभी धर्मों, जातियों और वर्गों के लोगों के लिए खुली है.

तीन दिन दो रातों की मुफ्त यात्रा सुविधा

मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए तीन दिन और दो रातों की मुफ्त ठहरने की व्यवस्था की है. इस योजना के तहत 50 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों का चयन वोटर आईडी के आधार पर किया गया है. श्रद्धालुओं को एसी बसों में यात्रा, एसी होटलों में आवास और भोजन की सुविधा पूरी तरह मुफ्त दी जाएगी, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा न हो.

सुरक्षा और स्वास्थ्य के विशेष इंतजाम

मुख्यमंत्री मान ने कहा कि प्रत्येक बस में यात्रियों की मदद के लिए एक सहायक मौजूद रहेगा. इसके अलावा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए मेडिकल टीम भी श्रद्धालुओं के साथ भेजी गई है. यात्रा पूरी होने के बाद सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह पूरी योजना श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखकर तैयार की गई है.

पंजाब की आध्यात्मिक विरासत पर गर्व

भगवंत मान ने कहा कि पंजाब महान गुरुओं, संतों, देवी-देवताओं और शहीदों की पवित्र भूमि है, जिन्होंने भाईचारे और एकता का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि वे खुद को सौभाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें इस योजना के माध्यम से लोगों की सेवा करने का अवसर मिला. यह योजना गुरु साहिबानों की शिक्षाओं से प्रेरित है, जो समाज में शांति और एकता का संदेश देती हैं.

गुरु तेग बहादुर जी की स्मृति में समर्पण

मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों में भाग लें. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार इस ऐतिहासिक अवसर को मनाने के लिए राज्यभर में विशेष धार्मिक समागम आयोजित कर रही है. यह योजना न केवल श्रद्धालुओं की आस्था को नई दिशा देगी बल्कि पंजाब की आध्यात्मिक विरासत को भी सशक्त बनाएगी.

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