हाल ही में मलयालम अभिनेता उन्नी मुकुंदन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जिंदगी पर आधारित अपनी नई फिल्म ‘मां वंदे’ की घोषणा की. इस घोषणा के साथ ही राजनीतिक बायोपिक्स का ट्रेंड एक बार फिर सुर्खियों में है. लेकिन इस ट्रेंड के बावजूद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जिंदगी पर बनी फिल्म ‘अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ योगी’ बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप साबित हुई. फिल्म ने पहले दिन महज 20 लाख रुपये की कमाई की, जो इसके लिए निराशाजनक शुरुआत है.
हाल के सालों में राजनीतिक हस्तियों पर बनी फिल्मों की बाढ़-सी आ गई है. चाहे वह विवेक ओबेरॉय की ‘पीएम नरेंद्र मोदी’, अक्षय खन्ना और अनुपम खेर की ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ (पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर आधारित), कंगना रनौत की ‘इमरजेंसी’ (इंदिरा गांधी की जिंदगी पर) हो या फिर ‘थलाइवी’ (जे. जयललिता की कहानी), ये फिल्में बड़े नेताओं की लोकप्रियता के बावजूद दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचने में नाकाम रही हैं. ‘अजेय’ भी इसी कड़ी में शामिल हो गई है.
‘अजेय’ को पहले अगस्त में रिलीज होना था, लेकिन सेंसर बोर्ड की कुछ आपत्तियों के कारण रिलीज टल गई. आखिरकार यह फिल्म अक्षय कुमार और अरशद वारसी की ‘जॉली एलएलबी 3’ और अनुराग कश्यप की ‘निशानची’ के साथ रिलीज हुई. इन तीनों फिल्मों में अक्षय की ‘जॉली एलएलबी 3’ ने बाजी मारी और पहले दिन 12.50 करोड़ रुपये की शानदार कमाई की. वहीं ‘अजेय’ की कमजोर शुरुआत ने इसके भविष्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
‘अजेय’ में योगी आदित्यनाथ के जीवन के अनछुए पहलुओं को दिखाने का दावा किया गया था. योगी के गोरखपुर से लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने तक के सफर को इस फिल्म में पेश किया गया है. लेकिन न तो इसका प्रचार प्रभावी रहा और न ही दर्शकों ने इसमें दिलचस्पी दिखाई. फिल्म को लेकर सोशल मीडिया पर भी मिली-जुली प्रतिक्रियाएं हैं. कुछ ने इसे प्रचार-प्रसार की कमी का नतीजा बताया, तो कुछ ने कहानी को कमजोर ठहराया.
















