मेरठ टोल प्लाजा पर मारपीट में घायल फौजी ने बंया किया दर्द

मेरठ के भुनी टोल प्लाजा पर सेना के जवान कपिल पंवार के साथ हुई मारपीट ने पूरे देश को झकझोर दिया है. कपिल का कहना है कि शरीर की चोटें तो भर जाएंगी, लेकिन अपने ही देशवासियों के इस बर्ताव का जख्म जिंदगी भर रहेगा. घटना के बाद एनएचएआई ने टोल ठेकेदार पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया और अनुबंध रद्द कर दिया, वहीं पुलिस ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

0
18
aarmy
aarmy

देश की सीमा पर दुश्मनों का सामना करने वाले सेना के जवान कपिल पंवार को अपने ही देश में ऐसी हिंसा का सामना करना पड़ा, जिसकी कल्पना भी उन्होंने नहीं की थी. 17 अगस्त को ड्यूटी जॉइन करने दिल्ली हवाई अड्डे जा रहे कपिल के साथ भुनी टोल प्लाजा पर कर्मचारियों ने मारपीट की. कपिल ने कहा- ‘शरीर की चोटें भर जाएंगी, लेकिन मन का घाव हमेशा के लिए रह जाएगा.’

टोल प्लाजा पर हुआ हमला

घटना उस समय हुई जब गोटका गांव निवासी कपिल पंवार अपनी ड्यूटी पर श्रीनगर जाने के लिए परिवार संग दिल्ली हवाई अड्डा जा रहे थे. उन्होंने पहचान पत्र दिखाकर वाहन को जल्दी पास करने का अनुरोध किया, लेकिन टोल कर्मियों ने उन्हें गालियां दीं और लाठियों व लोहे की रॉड से हमला कर दिया. कार में मौजूद उनके पिता, चाचा और चचेरा भाई दरवाजा लॉक हो जाने के कारण बाहर नहीं निकल पाए और असहाय देखते रहे. हमले में कपिल को गंभीर चोटें आईं और उन्हें सैन्य अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.

परिजनों की पीड़ा और मांग

कपिल के माता-पिता ने कहा कि उनका बेटा देश की सीमाओं पर जान की बाजी लगाता है और यहां अपने ही लोगों के हाथों पीड़ित होना बेहद शर्मनाक है. परिवार ने आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की है. कपिल ने भी कहा कि उन्हें सीमा पर लड़ने में कोई डर नहीं है, लेकिन अपने ही देशवासियों के इस व्यवहार ने उनके मन पर स्थायी चोट दी है. इस घटना के बाद इलाके में लोगों में गुस्सा और आक्रोश है.

एनएचएआई की कार्रवाई और पुलिस जांच

घटना के बाद नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने तुरंत ठेकेदार का अनुबंध खत्म कर दिया और उस पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया. अब टोल का प्रबंधन एनएचएआई की 15 सदस्यीय टीम ने अपने हाथ में ले लिया है. पुलिस ने अब तक आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें करनावल का रहने वाला रवि भी शामिल है. बाकी की तलाश जारी है. जिले के सभी टोल प्लाजा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.

सेना की कड़ी प्रतिक्रिया

भारतीय सेना की सेंट्रल कमांड ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और कहा है कि न्याय सुनिश्चित करने तक इस मामले का पीछा किया जाएगा. सेना ने बयान जारी कर कहा ‘भारतीय सेना अपने जवान के साथ हुए इस अमानवीय व्यवहार को किसी भी कीमत पर अनदेखा नहीं करेगी. न्याय मिलने तक यह केस पूरी तरह फॉलो किया जाएगा.’ इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि देश की सुरक्षा में तैनात जवानों को घर में ही सुरक्षा और सम्मान क्यों नहीं मिल पा रहा.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here