Cheteshwar Pujara Retirement: भारतीय टेस्ट क्रिकेट के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक चेतेश्वर पुजारा ने रविवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी. पुजारा लंबे समय से भारतीय टेस्ट टीम से बाहर थे क्योंकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) युवा खिलाड़ियों को मौका दे रहा था.
पुजारा आखिरी बार वे 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ केनिंग्टन ओवल में टेस्ट मैच खेलते नजर आए थे. इसके बाद, कई मौकों पर उनकी वापसी की चर्चा हुई लेकिन चयनकर्ताओं ने नए चेहरों को तरजीह दी. ऐसे में अब भारत की दीवार माने जाने वाले पुजारा ने संन्यास का ऐलान कर दिया है और वे घरेलू क्रिकेट भी खेलते हुए दिखाई नहीं देने वाले हैं.
संन्यास का ऐलान करते हुए भावुक हुए चेतेश्वर पुजारा
पुजारा ने सोशल मीडिया पर अपने संन्यास की घोषणा करते हुए एक भावुक संदेश साझा किया. उन्होंने लिखा, “भारतीय जर्सी पहनकर, राष्ट्रगान गाते हुए और हर बार मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करना मेरे लिए अनमोल अनुभव था. लेकिन हर अच्छी चीज का अंत होता है. मैं पूरे दिल से क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले रहा हूं. आप सभी के प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद.”
फैंस और परिवार का जताया आभार
पुजारा ने अपने संदेश में बीसीसीआई, सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन, अपनी फ्रैंचाइजी और काउंटी टीमों का धन्यवाद किया. उन्होंने अपने कोच, मेंटॉर और परिवार का विशेष रूप से जिक्र किया, जिनके बिना उनका यह सफर संभव नहीं था. उन्होंने लिखा, “मेरे माता-पिता, पत्नी पूजा, बेटी अदिति और मेरे ससुराल वालों ने मेरे लिए अनगिनत त्याग किए. मैं हमेशा उनका आभारी रहूंगा.” उन्होंने प्रशंसकों का भी धन्यवाद किया, जिन्होंने दुनिया भर में उन्हें प्यार और समर्थन दिया.
BCCI का युवा खिलाड़ियों पर फोकस
पुजारा का टेस्ट क्रिकेट में आखिरी प्रदर्शन 2023 में था. इसके बाद बीसीसीआई ने युवा खिलाड़ियों को मौका देने का फैसला किया. 2025 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भी उनकी वापसी की उम्मीद थी लेकिन चयनकर्ताओं ने कम अनुभवी खिलाड़ियों को चुना.
इस दौरे पर भारतीय टीम को निराशाजनक प्रदर्शन का सामना करना पड़ा, जिसके बाद कई बड़े खिलाड़ियों जैसे विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन ने भी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया. ऐसे में पुजारा को लगा कि अब उनके लिए राष्ट्रीय टीम में वापसी की संभावना नहीं है और उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया.
















