Zubeen Garg Death Case: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने गायक जुबीन गर्ग की मौत की जांच में तेजी लाने के लिए केंद्र सरकार से सिंगापुर के साथ म्यूचुअल लीगल असिस्टेंस ट्रीटी (MLAT) लागू करने की अपील की है. इस संधि के तहत भारत सिंगापुर से आधिकारिक तौर पर जांच से जुड़े अहम सबूत और जानकारी प्राप्त कर सकेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कदम से केस से जुड़े तथ्यों तक पहुंच आसान होगी और इसमें शामिल आरोपियों को भारत वापस लाने में मदद मिलेगी.
मुख्यमंत्री शर्मा ने केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) को लिखे पत्र में स्पष्ट किया कि जुबीन गर्ग की मौत केवल असम ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ा आघात है. उन्होंने कहा कि लाखों लोग सच जानना चाहते हैं और इसके लिए निष्पक्ष और गहन जांच जरूरी है. मुख्यमंत्री का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग के बिना इस मामले में न्याय पाना कठिन होगा.
सच्चाई सामने लाने की उठी मांग
जुबीन गर्ग असम के सबसे लोकप्रिय और सम्मानित गायकों में से एक थे. उनकी अचानक मौत ने न केवल संगीत जगत को बल्कि असम के लोगों को भी गहरे सदमे में डाल दिया है. प्रशंसकों और परिजनों ने सरकार से इस मामले में सख्त कदम उठाने और सच्चाई सामने लाने की मांग की थी.
आरोपियों को पकड़ने में मिलेगी मदद
म्यूचुअल लीगल असिस्टेंस ट्रीटी एक ऐसी अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था है जिसके तहत दो देश अपराध की जांच, सबूत जुटाने और आरोपियों को पकड़ने में एक-दूसरे की मदद कर सकते हैं. असम सरकार का कहना है कि इस संधि के इस्तेमाल से जुबीन गर्ग की मौत से जुड़े दस्तावेज, बयान और तकनीकी रिपोर्ट भारत को मिल सकेंगी.
सिंगापुर से संपर्क साधने की अपील
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह मामला केवल एक कलाकार की मौत तक सीमित नहीं है, बल्कि असम की सांस्कृतिक पहचान और भावनाओं से जुड़ा है. उन्होंने केंद्र सरकार से इस मुद्दे को प्राथमिकता देने और सिंगापुर से तुरंत संपर्क साधने की अपील की. साथ ही, राज्य सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि केस से जुड़े किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा और सच्चाई सामने आने तक जांच जारी रहेगी.