बचपन में ही बाल सफेद होने का क्या है कारण, जानें इसका सही उपाय

0
8

आज के समय में कम उम्र में ही बालों का सफेद होना एक आम समस्या बन गई है. पहले जहां सफेद बाल बढ़ती उम्र की निशानी माने जाते थे, अब यह समस्या 18 से 20 साल के युवाओं में भी देखी जा रही है. डॉक्टरों का कहना है कि इसके पीछे केवल जेनेटिक्स नहीं, बल्कि शरीर में जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स की कमी भी बड़ी भूमिका निभाती है. इसके अलावा तनाव, असंतुलित खानपान और खराब लाइफस्टाइल भी इस समस्या को और बढ़ाते हैं.

विशेषज्ञों के मुताबिक बालों का रंग मेलेनिन नाम के पिगमेंट से तय होता है. यह पिगमेंट शरीर की मेलानोसाइट कोशिकाएं बनाती हैं. जब इन कोशिकाओं को पर्याप्त पोषण नहीं मिलता या उनकी कार्यक्षमता घट जाती है, तो मेलेनिन का निर्माण कम हो जाता है और बालों का नेचुरल रंग खत्म होने लगता है. इस कारण बाल सफेद दिखने लगते हैं.

क्या होता है इसका कारण?

बालों के समय से पहले सफेद होने का एक प्रमुख कारण विटामिन बी12 की कमी मानी जाती है क्योंकि यह विटामिन रेड ब्लड सेल्स के निर्माण करने में और ऑक्सीजन को हेयर फॉलिकल्स तक पहुंचाने में सहायता करता है. जब शरीर में इसकी कमी होती है, तो बालों की जड़ों को पर्याप्त पोषण नहीं मिलता और मेलेनिन बनने की प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है. डॉक्टर बताते हैं कि शाकाहारी और वीगन लोगों में बी12 की कमी अधिक पाई जाती है क्योंकि यह विटामिन मुख्य रूप से मांस, अंडे, मछली और डेयरी प्रोडक्ट्स में पाया जाता है. इसकी पूर्ति के लिए आहार में इन चीजों को शामिल करना जरूरी है.

बालों की सेहत के लिए क्या है जरूरी?

विटामिन डी न केवल हड्डियों के लिए बल्कि बालों की सेहत के लिए भी जरूरी है. इसकी कमी से हेयर फॉलिकल्स कमजोर पड़ जाते हैं और मेलेनिन निर्माण पर असर पड़ता है. आजकल लोगों की इंडोर लाइफस्टाइल और धूप में कम समय बिताने की वजह से युवाओं में विटामिन डी की कमी तेजी से बढ़ रही है. एक अध्ययन में पाया गया कि जिन बच्चों में विटामिन डी का स्तर कम होता है, उनके बाल जल्दी सफेद हो जाते हैं.

कैसे करें बचाव?

इसकी कमी पूरी करने के लिए रोजाना 15-20 मिनट धूप में रहना और फैटी फिश, दूध, मशरूम, अंडा और साबुत अनाज का सेवन लाभदायक है. सफेद बालों से बचने के लिए संतुलित आहार, पर्याप्त धूप और तनाव से दूरी बनाए रखना जरूरी है. धूम्रपान से परहेज करें क्योंकि यह भी मेलेनिन पर असर डालता है. जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह से विटामिन सप्लीमेंट्स लिए जा सकते हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here