सेना के जवान के साथ हुई मारपीट और बंधक बनाने की घटना ने मेरठ में माहौल गर्मा दिया है. भूनी टोल प्लाजा पर रविवार को हुई इस घटना का वीडियो सामने आते ही गुस्साए ग्रामीणों ने सोमवार को टोल प्लाजा पर जमकर हंगामा किया. पूर्व विधायक संगीत सोम भी धरने पर बैठ गए.
मामले के तूल पकड़ने पर पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकी की गिरफ्तारी के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है. वहीं एनएचएआई ने टोल एजेंसी पर कड़ी कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाया और ब्लैक लिस्ट करने की तैयारी शुरू कर दी है.
सैनिक से बर्बरता का वीडियो हुआ वायरल
गोटका गांव निवासी सेना के जवान कपिल कुमार, जो इस समय श्रीनगर में तैनात हैं, कांवड़ यात्रा के लिए छुट्टी लेकर गांव आए थे. रविवार को वह श्रीनगर जाने के लिए फ्लाइट पकड़ने दिल्ली जा रहे थे. भूनी टोल प्लाजा पर उन्होंने अपनी कार को निकालने के लिए आईडी कार्ड दिखाया. आरोप है कि टोलकर्मियों ने उनका कार्ड और मोबाइल छीन लिया और बूम खोलने से इनकार कर दिया. जब कपिल ने विरोध किया तो कर्मचारियों ने उन्हें बंधक बनाकर खंभे से बांध दिया और लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा. बीच-बचाव करने आए उनके चचेरे भाई शिवम और पिता कृष्णपाल को भी नहीं छोड़ा गया. कपिल के कपड़े तक फाड़ दिए गए. इस पूरी घटना का वीडियो वायरल होने पर मामला आग की तरह फैल गया.
ग्रामीणों ने छह घंटे दिया धरना
सोमवार सुबह गोटका गांव में पंचायत हुई और ग्रामीण बड़ी संख्या में टोल प्लाजा पहुंच गए. सैकड़ों लोगों की भीड़ ने टोल पर धावा बोलकर बूम तोड़ डाले, कैमरे तोड़ दिए और हंगामा करते हुए टोल को फ्री करा दिया. टोलकर्मी मौके से भाग खड़े हुए. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन गुस्साई भीड़ के सामने उनकी एक न चली. ग्रामीणों ने साफ कहा कि सैनिक का अपमान किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. करीब छह घंटे तक चले हंगामे में पूर्व विधायक संगीत सोम भी ग्रामीणों के साथ बैठ गए और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते रहे.
पूर्व विधायक संगीत सोम की चेतावनी
धरने के दौरान पूर्व विधायक संगीत सोम ने प्रशासन को कड़ी चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि सेना के जवान का अपमान असहनीय है और अगर सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वह फिर से लाखों लोगों के साथ धरने पर बैठेंगे. उन्होंने अफसरों से कहा कि यह भाजपा की योगी सरकार है, अपराधियों और गुंडों का इलाज दो मिनट में होना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि टोल पर लगातार एक ही नाम बार-बार मामलों में घसीटा जाता है, जिससे साफ है कि कार्रवाई में भी गड़बड़ी है. सोम और एसपी देहात डॉ. राकेश मिश्रा के बीच बहस भी हो गई.
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
हंगामे के दौरान एसडीएम सरधना, एडीएम प्रशासन और एसपी देहात मौके पर पहुंचे. उन्होंने भीड़ को समझाने की कोशिश की लेकिन ग्रामीण किसी समझौते को तैयार नहीं थे. पुलिस ने देर शाम बताया कि छह आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं और अज्ञात में दर्जनों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. फरार आरोपियों की तलाश जारी है. ग्रामीणों ने टोल मैनेजर और सुरक्षा इंचार्ज पर भी कार्रवाई की मांग की है. पुलिस को ग्रामीणों ने 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है.
NHAI का कड़ा रुख
इस पूरे मामले पर एनएचएआई ने भी सख्त कार्रवाई की है. टोल प्लाजा पर 20 लाख का जुर्माना लगाया गया है. साथ ही टोल संचालक एजेंसी मेसर्स धर्म सिंह को ब्लैक लिस्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. एनएचएआई ने बयान जारी कर कहा कि सैनिक की पिटाई जैसी घटना अस्वीकार्य है और टोल प्लाजा के कर्मचारियों के ऐसे व्यवहार की कड़ी निंदा की जाती है. एजेंसी को भविष्य में किसी भी टोल परियोजना की बोली में शामिल होने से रोकने पर विचार किया जा रहा है.