मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार की उद्योग-हितैषी नीतियों को राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी स्वीकृति मिली है. भारत सरकार ने बीआरएपी 2024 के अंतर्गत पंजाब को “टॉप अचीवर” घोषित करते हुए राज्य के प्रशासनिक सुधारों और निवेश-प्रोत्साहन प्रयासों की सराहना की. नई दिल्ली में आयोजित समारोह में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने यह सम्मान प्रदान किया. यह उपलब्धि बताती है कि पंजाब तेजी से देश के अग्रणी निवेश गंतव्यों में उभर रहा है.
व्यवसाय प्रारंभ में पंजाब की अग्रणी भूमिका
पंजाब ने व्यवसाय प्रारंभ करने की प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाकर उल्लेखनीय प्रगति की है. सरकार ने कई नियमों और प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित किया है, जिससे उद्यमियों को तेज और सरल मंज़ूरी मिल रही है. इससे राज्य में नए उद्योगों की स्थापना में गति आई है और निवेशकों का भरोसा बढ़ा है. बीआरएपी में इस क्षेत्र में पंजाब का प्रदर्शन देश भर में सराहा गया और इसे सुधारों के मॉडल के रूप में देखा जा रहा है.
निर्माण परमिट और निवेश आकर्षण में सुधार
राज्य सरकार ने निर्माण परमिट प्रणाली को डिजिटल और पारदर्शी बनाकर निवेश प्रक्रिया को अधिक सुविधाजनक बनाया है. परमिट से जुड़ी देरी खत्म हुई है, जिससे उद्योग जगत में सकारात्मक माहौल बना है. इसी के साथ, पंजाब ने निवेश आकर्षण के क्षेत्र में मजबूत संकेत भेजे हैं. मार्च 2022 से अब तक राज्य को 1.23 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जो लगभग 4.7 लाख युवाओं को रोजगार देने की क्षमता रखते हैं.
क्षेत्र-विशेष स्वास्थ्य सेवाओं में दक्षता
पंजाब ने उद्योग और कर्मचारियों से जुड़े क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया है. सरकार ने संस्थागत ढांचे में सुधार कर स्वास्थ्य सुविधाओं को सुनिश्चित किया, जिससे उद्योगों में कार्य दक्षता बढ़ी है. इन प्रयासों ने राज्य को बीआरएपी मूल्यांकन में उल्लेखनीय बढ़त दिलाई. स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर अपनाई गई यह कार्यशैली उद्योगों और श्रमिकों दोनों के लिए लाभकारी साबित हो रही है, जिससे व्यावसायिक माहौल और अधिक मजबूत होता जा रहा है.
सेवा प्रबंधन और तेज प्रशासनिक प्रक्रियाएँ
राज्य सरकार ने प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल और कुशल बनाकर सेवा प्रबंधन में बड़ी उपलब्धि हासिल की है. पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ने से उद्योगों को समय पर सेवाएँ मिल रही हैं. “फास्ट ट्रैक पंजाब पोर्टल” इस दिशा में मील का पत्थर साबित हुआ है, जो 150 से अधिक सेवाएँ ऑनलाइन प्रदान करता है और ऑफलाइन आवेदन की आवश्यकता को समाप्त करता है. इससे निवेशकों का विश्वास बढ़ा और पंजाब का व्यावसायिक वातावरण अधिक मजबूत हुआ.
अंतरराष्ट्रीय निवेश आकर्षण में वृद्धि
पंजाब अब जापान, अमेरिका, जर्मनी, यूके, यूएई, स्विट्ज़रलैंड, फ्रांस और स्पेन जैसे देशों से निवेश आकर्षित कर रहा है. शांतिपूर्ण वातावरण, पारदर्शी शासन और उद्योग-समर्थक नीतियों ने पंजाब को वैश्विक निवेशकों की पहली पसंद बनाया है. फूड प्रोसेसिंग, टेक्सटाइल, आईटी, ऑटो कंपोनेंट्स और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा है. राज्य की यह उपलब्धि बताती है कि पंजाब विश्व स्तर पर भी एक उभरता हुआ निवेश केंद्र बन चुका है.
















