बॉलीवुड अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को बॉम्बे हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. अदालत ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) को निर्देश दिया कि वह उनका पासपोर्ट लौटाए. यह पासपोर्ट 2020 में सुशांत सिंह राजपूत से जुड़े ड्रग्स मामले में गिरफ्तार होने के बाद जमानत की शर्तों के तहत जब्त किया गया था.
अदालत ने यह माना कि रिया ने अब तक किसी भी कोर्ट आदेश का उल्लंघन नहीं किया है और उनके विदेश यात्रा पर भरोसा किया जा सकता है.
पासपोर्ट वापसी का कारण
रिया चक्रवर्ती के वकील अयाज खान ने अदालत में तर्क दिया कि पासपोर्ट के लंबे समय तक जब्त रहने से अभिनेत्री को पेशेवर नुकसान हुआ. उन्हें शूट, ऑडिशन और मीटिंग्स के लिए अक्सर विदेश जाना पड़ता है, लेकिन बार-बार कोर्ट से अनुमति लेने के कारण कई मौके चूक गए. वकील ने यह भी कहा कि रिया ने जमानत मिलने के बाद कभी कोर्ट आदेश का उल्लंघन नहीं किया.
NCB का विरोध और कोर्ट का निर्णय
NCB ने तर्क दिया कि रिया को विशेष सुविधाएं नहीं मिलनी चाहिए और उन्हें विदेश यात्रा की अनुमति मिलने पर भारत लौटने में देरी हो सकती है. हालांकि, बॉम्बे हाई कोर्ट के जस्टिस नीला गोखले की बेंच ने रिया के पक्ष में फैसला सुनाया. अदालत ने ध्यान दिया कि अन्य आरोपी पहले ही समान राहत पा चुके हैं और रिया ने अब तक सभी सुनवाई में भाग लिया है और विदेश यात्रा के दौरान समय पर लौटकर भरोसा जताया है.
अदालत ने रखी ये शर्तें
पासपोर्ट लौटाने के साथ अदालत ने कुछ शर्तें भी तय की हैं. जैसे- रिया को हर सुनवाई में उपस्थित होना होगा, जब तक कि ट्रायल कोर्ट ने छूट न दी हो. साथ ही यात्रा से कम से कम चार दिन पहले अपनी पूरी यात्रा जानकारी, जैसे फ्लाइट और होटल विवरण, अभियोजन पक्ष को देना होगा. उन्हें मोबाइल नंबर सक्रिय रखना होगा और लौटने के तुरंत बाद संबंधित एजेंसियों को सूचित करना होगा.
रिया का बयान और भावनाएं
रिया ने हाल ही में सुशांत सिंह राजपूत मामले में क्लीन चिट मिलने पर अपनी भावनाएं साझा कीं थी. उन्होंने कहा कि यह अनुभव ‘अजीब’ था. उन्होंने बताया, ‘जब मुझे क्लीन चिट मिली, तो खुशी नहीं हुई. लेकिन मेरे माता-पिता के लिए राहत मिली, जो समाज में रहते हैं और लगातार लोगों का सामना करते हैं. अब उन्हें थोड़ी राहत महसूस होगी.’ रिया ने यह भी कहा कि पूरी खुशी इससे नहीं मिली, क्योंकि उन्हें अपने करीब किसी का खोना कभी पूरा नहीं भर सकता.
भविष्य की राह
अब रिया चक्रवर्ती अपने पासपोर्ट के साथ पेशेवर और व्यक्तिगत दोनों तरह की गतिविधियों में आसानी से भाग ले सकती हैं. अदालत की शर्तें सुनिश्चित करती हैं कि उनके विदेश यात्रा के दौरान भी कानून का पालन होगा. यह फैसला रिया के लिए व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों स्तर पर बड़ी राहत लेकर आया है.