Russia-Ukraine war: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच इस हफ्ते अलास्का में होने वाली अहम बैठक से पहले, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने बड़ा बयान दिया है. जेलेंस्की ने मंगलवार (स्थानीय समयानुसार) कहा कि मॉस्को ने संघर्षविराम समझौते के तहत कीव से पूरे पूर्वी क्षेत्र डोनेत्स्क से हटने की मांग रखी है.
जेलेंस्की ने स्पष्ट किया कि यूक्रेन न तो डोनेत्स्क से पीछे हटेगा और न ही देश के किसी अन्य क्षेत्र से, जिसमें डोनबास भी शामिल है. उन्होंने इसे ‘असंवैधानिक’ करार दिया. यूक्रेनी राष्ट्रपति ने दावा किया कि पुतिन ने यह मांग अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ़ से मुलाकात के दौरान रखी थी.
डोनबास पर यूक्रेन का अडिग रुख
जेलेंस्की ने कहा, “शायद पुतिन चाहते हैं कि हम डोनबास छोड़ दें. यानी, यह अमेरिका की तरफ से नहीं, बल्कि रूस की तरफ से कहा गया था. हम डोनबास नहीं छोड़ेंगे. हम ऐसा नहीं कर सकते. लोग भूल जाते हैं कि हमारे क्षेत्रों पर अवैध कब्जा किया गया है.”
अलास्का में होगी ट्रंप-पुतिन की मुलाकात
डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन के बीच 15 अगस्त को अलास्का में मुलाकात होगी, जहां दोनों नेता संघर्षविराम समझौते पर चर्चा करेंगे. ज्ञात हो कि फरवरी 2022 में पुतिन ने यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर हमला किया था, जिसे उन्होंने सुरक्षा खतरे का हवाला देकर जायज ठहराने की कोशिश की थी.
क्षेत्रीय अदला-बदली का प्रस्ताव खारिज
इससे पहले ट्रंप ने सुझाव दिया था कि रूस और यूक्रेन अपने-अपने क्षेत्रों की अदला-बदली कर सकते हैं, जिसे जेलेंस्की ने सख्ती से खारिज कर दिया. पुतिन पर सीधा हमला करते हुए उन्होंने कहा कि रूसी राष्ट्रपति को प्रतिबंधों का डर है और वह “हत्या बंद करने की कीमत सबसे ज्यादा वसूलना चाहते हैं.”
दूसरा विभाजन स्वीकार नहीं: जेलेंस्की
जेलेंस्की ने दोहराया कि वह यूक्रेन के दूसरे विभाजन को कभी स्वीकार नहीं करेंगे. उन्होंने कहा, “हमें युद्ध को एक सम्मानजनक शांति के साथ समाप्त करना होगा, जो एक स्पष्ट और भरोसेमंद सुरक्षा ढांचे पर आधारित हो. हमारे साझेदार इसमें हमारी मदद करने के लिए तैयार हैं.”
















