Black cat superstition: भारत में काली बिल्ली का रास्ता काटना अशुभ माना जाता है. कई लोगों का मानना है कि अगर यात्रा के दौरान काली बिल्ली आपके सामने से गुज़र जाए, तो आपका काम बिगड़ सकता है या कोई अनहोनी हो सकती है. यह मान्यता सदियों पुरानी है और ज्योतिष, ऊर्जा प्रवाह और लोककथाओं से जुड़ी है. हालाँकि, वास्तु शास्त्र और आधुनिक विज्ञान इस विचार को एक अलग नजरिए से देखते हैं.
वास्तु शास्त्र में काली बिल्ली को किसी भी नकारात्मक शक्ति का प्रतीक नहीं माना जाता है. वास्तु के अनुसार, घर या जीवन में शुभ-अशुभ ऊर्जा का संबंध व्यक्ति के कर्म, सोच और वातावरण से होता है, किसी जानवर से नहीं. प्राचीन ग्रंथों में काली बिल्ली के रंग को लेकर कोई नकारात्मक उल्लेख नहीं मिलता.
विज्ञान का दृष्टिकोण
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, काली बिल्ली का रास्ता काटना महज़ एक संयोग है. इसका हमारे भाग्य या घटनाओं से कोई सीधा संबंध नहीं है. मनोविज्ञान के अनुसार, जब लोग किसी घटना को अशुभ मानते हैं, तो उनका मन उसी तरह के परिणामों की तलाश में लग जाता है, जिसे ‘स्वतः पूर्ण होने वाली भविष्यवाणी’ कहते हैं.
अंधविश्वास के पीछे का इतिहास
काली बिल्लियों का डर पश्चिमी देशों से भी आया. मध्यकाल में इन्हें जादू-टोने और दुर्भाग्य से जोड़ा जाता था, जो धीरे-धीरे भारत में भी कुछ लोक मान्यताओं का हिस्सा बन गया. हालाँकि, समय के साथ, वैज्ञानिक और तार्किक सोच के आगे यह मान्यता कमज़ोर होती जा रही है.
सही दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता
आज के समय में हमें यह समझना ज़रूरी है कि किसी जानवर का रंग या रास्ता काटना हमारे जीवन की दिशा तय नहीं करता. वास्तु और विज्ञान, दोनों ही हमें बताते हैं कि हमारे जीवन में सकारात्मक बदलाव हमारे विचारों, कार्यों और योजनाओं से आते हैं, अंधविश्वास से नहीं.
नोट: यहां दी गई तमाम जानकारी अलग-अलग मान्यताओं पर आधारित है. इसकी पुष्टी हमारा चैनल नहीं करता है.