Chhattisgarh Naxal killing: छत्तीसगढ़ के कांकेर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां जिले के एक सुदूर गांव बिनगुंडा में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तिरंगा फहराने वाले एक ग्रामीण की नक्सलियों ने बेरहमी से हत्या कर दी. मृतक की पहचान मनीष नुरेती के रूप में हुई है, जिन्हें नक्सलियों ने पुलिस का मुखबिर होने के झूठे आरोप में मौत के घाट उतार दिया. यह घटना छोटेबेटिया थाना क्षेत्र के तहत आने वाले बिनगुंडा गांव में हुई.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सोमवार को हथियारबंद नक्सलियों का एक समूह बिनगुंडा गांव में दाखिल हुआ. उन्होंने मनीष नुरेती और दो अन्य ग्रामीणों को बंधक बना लिया. इसके बाद, नक्सलियों ने तथाकथित ‘जन अदालत’ का आयोजन किया, जिसमें मनीष की निर्मम हत्या कर दी गई. अन्य दो ग्रामीणों को मारपीट के बाद छोड़ दिया गया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “नक्सलियों ने गांव में एक पोस्टर चस्पा किया, जिसमें दावा किया गया कि नुरेती पुलिस का मुखबिर था, जो पूरी तरह झूठ है.”
पुलिस ने सख्त कार्रवाई का दिया आश्वासन
कांकेर जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) आई.के. एलेसेला ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि, ‘मनीष नुरेती का शव अभी तक बरामद नहीं हुआ है, और उनके परिजनों से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा, “नक्सली अक्सर बिनगुंडा गांव में आते हैं और पिछले डेढ़ साल में उन्होंने पुलिस मुखबिर होने के झूठे आरोप में चार-पांच ग्रामीणों की हत्या कर दी है. लेकिन मृतकों का पुलिस से कोई संबंध नहीं था.” बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) सुंदरराज पी ने इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा, “एक छोटा वीडियो सामने आया है, जिसमें मनीष नुरेती स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेते हुए दिखाई दे रहे हैं.” उन्होंने आश्वासन दिया कि इस हत्या की गहन जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
तिरंगे से नाराजगी: वायरल वीडियो का खुलासा
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में कुछ ग्रामीण, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं, ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाते हुए तिरंगा फहराते नजर आ रहे हैं. पुलिस सूत्रों ने बताया कि मनीष नुरेती इस वीडियो में मौजूद थे. नक्सलियों को 15 अगस्त को गांव में राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाने से गहरी नाराजगी थी.